१
रोशनी और रोहित क्रमशः
कक्षा ६ और ८ में पढ़ते हैं | आज भी अपने पापा की बाइक पर बैठ कर स्कूल जा रहे हैं |
उनको बताया गया है कि आज स्कूल में फंक्शन होंगे और बच्चों के लिए मस्ती के कई आयोजन
होंगे | रोज मुँह लटकाकर स्कूल जाने वाले दोनों बच्चों का चेहरा आज इतना खिला था कि
उनको न तो आज जगाने की मशक्कत करनी पड़ी और न ही तैयार करने की | केवल फर्स्ट हाफ
सेशन की किताबों से भरा बैग भी आज बहुत ही हल्का लग रहा था | स्कूल पहुँचने पर
दोनों को याद आया कि उन्होंने तो क्लास टीचर का दिया होमवर्क पूरा ही नही किया है |
अब दोनों बच्चे रोने लगे थे |
२
स्कूल में प्रार्थना सभा
में आज होने वाले कार्यक्रमों का विवरण दिया गया | असेंबली में बताया गया कि आज
क्लास में कोई होमवर्क चेक नहीं होगा और न ही कोई होमवर्क दिया जाएगा | कक्षा ५ का
सबसे शरारती बच्चा दुखी था क्योंकि अब दो दिनों तक उसे किसी और बच्चे को होमवर्क के लिए तंग करने का मौका नहीं मिल पायेगा | स्कूल में उसका सबसे पसंदीदा काम यही था | उसके बगल बैठने वाले दोनों बच्चों के चेहरों पर आज कई दिनों बाद मुस्कान आयी |
३
इंटरवल के बाद बड़े बच्चों
को ‘साइंस सिटी’ ले जाया जाएगा | सुनते ही रौशनी ख़ुशी से उछल पड़ी | उसने अपने पापा
से कई बार ‘साइंस सिटी’ जाने की बात की थी | पर उसके पापा किसी न किसी बहाने टाल
जाते | हकीक़त में उनके पास न तो एक्स्ट्रा खर्च करने की क्षमता थी और न ही समय |
रोहित को कोई दिलचस्पी नहीं थी | पिछले कई सालों से छठी, सातवीं और आठवीं के बच्चो
को आज के दिन साइंस सिटी ले जाया जाता था | उसने सडा – सा मुँह बना लिया |
४
कक्षा ५ तक के बच्चों के
लिए स्कूल में ही फेयर लगेगा | सुनकर अकरम की बेताबी और बढ़ गयी | उसको विज्ञान से
बेहद लगाव था | क्लास में उसने अपनी क्लास टीचर मिस सुरेखा से जब अपनी तमन्ना बतायी
तो उन्होंने प्रिंसिपल से बात करने का आश्वाशन दिया | प्रिंसिपल ने अकरम को जाने की
परमिशन दे दी |
शाम को अकरम नेअब्बू से
कहा – चाँद नहीं डूबता कभी | आज मैंने साइंस सिटी में मूवी में सुना |
अकरम की उसके अब्बू ने
पिटाई कर दी |
५
रोशिनी और रोहित घर वापस
आ गए थे | रोशिनी ‘साइंस सिटी’ के अनुभवों को अपनी माँ से साझा कर रही थी | रोहित अपने
पापा से अगले साल किसी दूसरे स्कूल में एडमिशन करवाने को कह रहा था | वहाँ बाल दिवस
पर हर साल अलग – अलग जगह ले जाया जाता था | आज पहली बार माँ - बेटी की किस्सागोई में माँ को पहले नींद आ गयी | रोशनी खुश थी | बहुत खुश |
६
रोहित की बात उसके पापा
को समझ आ रही थी | उन्होंने सुबह बात करने की बात कही और उसको सो जाने को बोलकर
खुद सो गए | सुबह रोशनी की माँ से उन्होंने कहा – रोशनी ने बहुत पढ़ लिख लिया है |
इसको घर के काम सिखाओ | अगले साल से रोशनी स्कूल नहीं जाएगी |
( मित्र गुड्डू को संपादन कार्य के लिए आभार सहित)
©नितिन चौरसिया
Bahot khoob
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