इश्क़ में होना है, आबाद हो जाना,
सारी उलझनों से, आजाद हो जाना,
फ़िक्र रहती है, तो बस उनकी,
जिनका होना है, पूरी इक मुराद हो जाना !
सारी उलझनों से, आजाद हो जाना,
फ़िक्र रहती है, तो बस उनकी,
जिनका होना है, पूरी इक मुराद हो जाना !
इश्क़ में होना है, आसान हो जाना,
दुनिया की नजरों में, वीरान हो जाना,
मिलना सबसे मगर, ग़ुम कहीं और रहना,
जहाँ होना है, चाँद को पाना !
दुनिया की नजरों में, वीरान हो जाना,
मिलना सबसे मगर, ग़ुम कहीं और रहना,
जहाँ होना है, चाँद को पाना !
इश्क़ में होना है, किरदार में ढल जाना,
बेज़ार होती जिन्दगी का, फिर से सँवर जाना,
चलना रास्तों में, इस बेखयाली से,
कि गिरना भी है, यहाँ संभल जाना !
बेज़ार होती जिन्दगी का, फिर से सँवर जाना,
चलना रास्तों में, इस बेखयाली से,
कि गिरना भी है, यहाँ संभल जाना !
इश्क़ में होना है, महबूब-ए-वतन हो जाना,
वतन के लिए सजना, तैयार हो जाना,
दिल में फ़िक्र उसकी, जुबाँ पे जिक्र रखना,
जिसके लिये मरना भी है, जिन्दाबाद हो जाना !
वतन के लिए सजना, तैयार हो जाना,
दिल में फ़िक्र उसकी, जुबाँ पे जिक्र रखना,
जिसके लिये मरना भी है, जिन्दाबाद हो जाना !